बिहार BJP ने EC से की एक या दो चरण में चुनाव कराने की मांग, बुर्के में मतदान पर विवाद
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग (EC) से आगामी विधानसभा चुनाव एक या दो फेज में आयोजित करने की मांग की है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बुर्का पहनकर मतदान करने वाली महिलाओं के चेहरे की पहचान उनके मतदाता पहचान पत्र (EPIC) से मिलाकर की जानी चाहिए, ताकि केवल असली वोटर ही मतदान कर सकें।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद जायसवाल ने कहा कि उन्होंने उन क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की पर्याप्त तैनाती की भी मांग की है, जहां बूथ कैप्चरिंग और मतदाताओं को डराने-धमकाने का खतरा है। उन्होंने कहा कि अति पिछड़े वर्गों वाले गांवों में चुनाव से पहले ही बल तैनात किए जाएं और विश्वास बढ़ाने के लिए फ्लैग मार्च का आयोजन किया जाए।
तारीखों के संबंध में बीजेपी नेता ने कहा कि नियमों के अनुसार घोषणा के कम से कम 28 दिन बाद चुनाव कराए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव की घोषणा जल्द होती है, तो मतदान 3-4 नवंबर तक हो सकता है और चुनाव जल्द से जल्द कराने चाहिए।
वहीं, जदयू ने भी चुनाव आयोग से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव एक ही चरण में आयोजित किए जाएं। पार्टी ने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 288 सीटों वाले चुनाव एक चरण में हुए, जबकि बिहार में केवल 243 सीटें हैं। जदयू ने यह भी मांग की कि छठ के तुरंत बाद चुनाव कराए जाएं ताकि प्रवासी मतदाता भी मतदान कर सकें।
चुनाव आयोग ने शनिवार को बिहार के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ बैठक की, जिसमें ज्यादातर दलों ने छठ त्योहार के बाद और कम चरणों में चुनाव कराने का आग्रह किया।


